दीदार

दीदार आँखों से नहीं बल्कि दिल से किया जाता है… दीवार में हजार कीलें ठोके जाते हैं, मगर दिल में .

अणु

अणु परमाणु बम से दूर रहतें हैं उसी तरह माँ बाप की बददुआ से कोसों दूर रहें…