अवशेष ही शेष है शेष ही विशेष है…
। बड़ा होना बड़पन है मगर ज्ञान बड़ा नहीं…
जगत ही जननी है…
सदैव चलायमान है…
न आस्तिक है, न नास्तिक है बल्कि वास्तविक है…
। मिले जरूर मगर बिछुड़ने के बाद…
हवा और लहरे साथ होता है,जैसे बादल बरसात होता है…
सीन नहीं हसीन है…